जी. एस. तोमर
भारत सरकार ने उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को ध्यान में रखते हुये एवं सामाजिक असमानता दूर करने के लिए नवोदय विद्यालयों की स्थापना की, यह विद्यालय मानव संसाधन मंत्रालय के अधीनस्थ है | नवोदय विद्यालय विकासशील दुनिया के सामाजिक क्षेत्र में एक अनूठा एवं साहसिक प्रयोग है |
दूरदर्शी पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी का यह सपना राष्ट्रीय शिक्षा नीति -१९८६ में जवाहर नवोदय विद्यालय के रूप में साकार हुआ |
जवाहर नवोदय विद्यालय गौतमबुद्ध नगर देश भर में कार्य कर रहे ६०० जवाहर नवोदय विद्यालय की श्रृंखला में एक कड़ी है |21 वीं सदी कीशिक्षा, तकनीकी प्रगति औरआई.सी.टी. क्रांति तथा शिक्षण शैली के नए शोध के रूप में यह आवासीय विद्यालय नई पीड़ी के उत्थान के लिए सन १९८८ में अस्तित्व में आया। छात्र / छात्राओं के सर्वांगीण विकास के अंतर्गत, चारित्रिक विकास, बेहतर नेतृत्व तथा जीवन कौशल को विकिसित करता हुआ यह विद्यालय पूर्ण रूप से “बाल केन्द्रित शिक्षा” नीति का पालन करता है |
प्रिय छात्रों! आपका भविष्य आप पर ही निर्भर करता है, प्रतिस्पर्धा के इस दौर में इस आवासीय विद्यालय का वातावरण एवं समय नियोजन न केवल आपके अस्तित्व को उत्कृष्टता प्रदान करता है बल्कि जीवन जीने की कला तथा रचनात्मक सोच भी देने के लिए प्रयासरत है |
छात्र / छात्राओं के सर्वांगीण विकासके लिए, विद्यालय परिवार सामूहिक रूप से तालमेल बिठाते हुए, बड़े ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में ईमानदारी से कर्तव्यपालन के लिए दृढ़संकल्प है| अंत में, मैं विद्यालय परिवार के समस्त कर्मचारी जो उत्कृष्टता के लिए निरंतर प्रयासरत हैं, उन्हें बधाई व शुभकामनाएं देता हूं |
नवोदय विद्यालय समिति के उपायुक्त (लखनऊ संभाग) एवं नवोदय विद्यालय समिति मुख्यालय के आयुक्त का हृदय से आभारी हूं, जिनके निर्देशन, मार्गदर्शन और मजबूत विश्वास ने हमारे कर्तव्य-पथ को सरल एवं सुगम बनाया है |